महबूब मेरे... महबूब मेरे; तेरी मस्ती में मुझे जीने दे; बोहुत दूध है तेरे सीने में; मुझे दबा दबा के पीने दे!
हमने तो वफ़ा की थी, पर उसने ही दिल तोडा मेरा; फिर एक दिन उसने मैसेज किया, 'याद आती है क्या?' हमने भी लिख दिया 'लौड़ा मेरा'!
कुंवारी कलि ना चोदिये, चूत पे करे घमंड; चुदी चुदाई चोदिये, जो लपक के लेवे लंड।
देख तेरे लंड की हालत क्या हो गई है इंसान; उसमें बची नहीं है अब कोई जान; बूब्स दिखाये, चूत दिखाई और दिखाई गांड; फिर भी उठा नहीं शैतान; कितना लटक गया हैवान।
करत करत चुदाई से, लंड होत बलवान; चूत मैं आवत जावत से, लंड बने महान।
मेरे हैं सिर्फ दो ही टट्टे; वाह वाह... भोसड़ी के पहले सुन तो। मेरे हैं सिर्फ दो ही टट्टे; यार चूस के बता, मीठे हैं या खट्टे।
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